कलम और किताबे, क्या है इनका अर्थ?
कविता में तो होते है बस दिल का दर्द,
पर यदि समझ न पाओ तो सब है व्यर्थ,
कलम और किताबे,क्या है इनका अर्थ?
सच्चाई जब सह नहीं पाते,
अपनी बात कह नहीं पाते,
चुप भी हम रह नहीं पाते.
तब कलम हमारे साथ होता,
कविता में ही बात होता,
और सच्चाई का हाथ होता.
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